Wednesday, 30 October 2013

विश्वास ठेवला, घात करू नका

दिव्य मराठी, औरंगाबाद.
बातमी दिनांक ३१-१०-२०१३. 

विश्वास ठेवला, घात करू नका
'मी औरंगाबादकर'चे महापौर, आयुक्तांना निवेदन 
 

loading...

प्रतिनिधी   औरंगाबाद
रंगाबादच्या नागरी समस्यांवर सोशल नेटवर्किंगच्या माध्यमातून प्रकाश टाकणार्‍या
मी औरंगाबादकर '  या सामाजिक संस्थेने आज महापौर व आयुक्तांची भेट घेत शहर कचरा व खड्डेमुक्त करण्याच्या दिलेल्या आश्वासनावर आम्ही विश्वास ठेवतो. त्याचा घात करू नका, असे सांगणारे निवेदन दिले. या समस्या सोडवण्यासाठी सक्रिय सहभागी होण्याची तयारीही दर्शवली. 

मागील काळात शहराची झालेली वाईट अवस्था पाहून व्यथित होत शहरातील युवा उद्योजक, व्यावसायिक, आर्किटेक्ट, बिल्डर, पत्रकार, युवकांनी सोशल नेटवर्किंगच्या माध्यमातून आवाज उठवला असून 'मी औरंगाबादकर' नावाने तयार करण्यात आलेल्या या ग्रुपचे आता दीड हजार सदस्य झाले आहेत. या ग्रुपने शहरातील रस्ते आणि कचरा या विषयावर पुढाकार घेत मोहीम चालवली. या दोन्ही प्रश्नांबाबत वेबसाइट व पत्रांच्या माध्यमातून सह्यांची मोहीम राबवण्यात आली. ही पाच हजार पत्रे व निवेदन देण्यासाठी ग्रुपच्या सदस्यांनी सर्मथनगरपासून वाहन रॅली काढत मनपा मुख्यालय गाठले. 
निषेधातून निर्मितीकडे चला, शहर कचरा व खड्डेमुक्त करूया  '   असे फलक घेतलेल्या कार्यकर्त्यांना मनपाच्या प्रवेशद्वारावर 
अडवण्यात आले. पंधरा मिनिटांच्या वादावादीनंतर त्यांना आत सोडण्यात आले. या कार्यकर्त्यांनी आधी महापौर कला ओझा, उपमहापौर संजय जोशी यांची भेट घेत निवेदन, पत्रांचा गठ्ठा व गुलाबपुष्प देत आपल्या मागण्या मांडल्या. रूपेश कलंत्री, चंद्रकांत वाजपेयी, रेखा शेळके, आशा देशपांडे रोहित चोप्रा आणि इतरांनी महापौरांसोबत चर्चा केली. खड्डे आणि कचरा या दोन समस्या सोडवण्याबाबत तुम्ही आणि मनपा प्रशासनाने दिलेल्या आश्वासनावर आम्हाला विश्वास असून त्याचा घात करू नका. होणार्‍या कामांची गुणवत्ता काटेकोरपणे तपासली जावी, अशी सूचना कार्यकर्त्यांनी केली. कचर्‍याची समस्या सोडवण्यासाठी जबाबदार नागरिक म्हणून मनपाला सक्रिय सहकार्य करण्याची तयारी असल्याचे कलंत्री यांनी सांगितले. महापौरांनी त्यांच्या भूमिकेचे स्वागत करीत या समस्या सोडवण्यासाठी करण्यात येत असलेल्या उपाययोजनांची माहिती दिली. यानंतर कार्यकर्त्यांनी आयुक्त डॉ. हर्षदीप कांबळे यांची भेट घेऊन त्यांनाही निवेदन दिले. आयुक्तांनी त्यांचे म्हणणे ऐकून घेत या कामांत आपण स्वत: लक्ष घालू, असे आश्वासन दिले. या वेळी शहर अभियंता सखाराम पानझडे यांची उपस्थिती होती. या आंदोलनात विलास बारवाल, मनोज असरानी, देवेंद्र उबाळे, मनीषा चौधरी, चेतन डोंगरे, स्वप्निल सराफ, कविता अग्रवाल, विक्रम आहेर, शेख इरफान आदींचा सहभाग होता.

Tuesday, 22 October 2013

ज्यादा किंमत की वस्तु, मतलब १०० रु. से भी कम जिसके दाम...... फिर उस चीज पर क्यो लिखवांये हम अपनी गरीबी का नाम ?

 सबसे ज्यादा किंमत की वस्तु,
मतलब १०० रु. से भी कम जिसके 
दाम
फिर उस चीज पर क्यो लिखवांये 
हम अपनी गरीबी का नाम ?

( फेसबुक के ::::मुद्दा::: (the issue) से साभार रेखांकित ) 


ज सुबह एक छोटा बालक साईकिल पर ढेर सारी झाड़ू लेकर बेचने

निकला था। मैंने देखा कि वह 10 
रुपए की दो झाड़ू बेच रहा था और 


बच्चा समझकर लोग उससे उन दस रुपयों में भी मोलभाव करके, दस 

रुपए की तीन झाड़ू लेने परआमादा थे मैंने भी उससे दो झाड़ू खरीद ली,

लेकिन जाते- जाते उसे सलाह दे डाली कि वह 10 रुपए की दो झाड़ू 

कहने की बजाय 12 रुपए की दो झाड़ू कहकर बेचे.. और सिर्फ़ एक 

घंटे बाद जब मैं वापस वहाँ से गुज़रा तो उस बालक ने मुझे बुलाकर 

धन्यवाद दिया.. क्योंकि अब उसकी झाड़ू \"10 रुपए में दो \" बड़े आराम 

से बिक रही थी…।


मित्रो यह बात काल्पनिक नही है ।

बल्कि मैं तो आपसे भी आग्रह करता हूँ कि दीपावली का समय है, सभी 

लोग खरीदारियों में जुटे हैं, ऐसे समय सड़क किनारे धंधा करने वाले 

इन छोटे- छोटे लोगों से मोलभाव न करें…।
मिट्टी के दीपक, लक्ष्मी जी की फोटो , खील- बताशे, झाड़ू, रंगोली 
(सफ़ेद या रंगीन), रंगीन पन्नियाँ इत्यादि बेचने वालों से 
क्या मोलभाव करना ? ?  
जब हम  टाटा - बिरला -अंबानी औरविदेशी कपनियों के किसी भी उत्पाद में 
मोलभाव नहीं करते (कर ही नहीं सकते),  तो दीपावली के समय 
चार पैसे कमाने की उम्मीद में बैठे अपने ही इन रेहड़ी - खोमचे - ठेले 
वालों से " कठोर मोलभाव "  करना एक प्रकार का अन्याय ही तो है…।

आईये,  दिवाली के अवसर पर हम छोटे से छोटे व्यापारीयो के घर 


सुख - वैभव का एक छोटासा दिया जलाये……  
                 ………. चंद्रकांत वाजपेयी ( जेष्ठ नागरिक, औरंगाबाद )

Friday, 18 October 2013

स्टैम्प पेपर पर वचनपत्र लिखने बाद में ही, मत माँगने के मेरे आग्रह को महत्व मिला |


शुक्रवार दिनांक १८ ऑक्टोबर २०१३.

   स्टैम्प पेपर पर वचनपत्र लिखने बाद में ही,  
मत माँगने के मेरे आग्रह को महत्व मिला  |
आम आदमी पार्टी को धन्यवाद, इससे दिल्ली "आप " की  होगी,परन्तु ...?
------- चंद्रकांत  वाजपेयी 

Manas Ranjan Mahapatra   :   ये वादे नहीं, वचन है 
   आम आदमी पार्टी स्टाम्प पेपर पर लिख कर देगी 

1. जन-लोकपाल :- मात्र 15 दिनों के अन्दर दिल्ली में बिलकुल वही जन्लोकपाल बिल पास होगा जिसके लिए लाखो लोग अगस्त 2011 को सडको पर उतरे थे। (और 6 महीने में सभी भ्रष्ट नेता तिहाड़ में होंगे)

2. बिजली:- बिजली के दाम कम से कम आधे करके 24 घंटे बिजली दी जाएगी (और बिजली कम्पनियों का CAG ऑडिट करवाएंगे)

3. पानी:- क्यूंकि पानी मूलभूत आवश्यकता है, इसलिए सभी घरो तक पानी पहुँचाया जायेगा और 700 लीटर साफ़ पानी, प्रति परिवार, प्रति दिन मुफ्त दिया जायेगा।

4. शिक्षा एव स्वास्थ्य:- सभी सरकारी अस्पतालों में बेहतर इलाज और सरकारी स्कूलों में बेहतर पढाई प्रथम लक्ष्य है। (इनका स्तर हर तरीके से प्राइवेट अस्पतालों/स्कूलों के बराबर किया जायेगा)

5. सुरक्षा:- महिलाओ/बुजुर्गो की सुरक्षा के लिए हर वार्ड स्तर पर प्राइवेट 'कमांडो फ़ोर्स' बनाई जाएगी, जिसकी अगुवाई रिटायर्ड सेना के लोग करेंगे।

6. स्वराज:- आपके सभी लोकल काम, जैसे सड़क, नालियाँ, डिस्पेंसरी, स्कूल, लाइट, पार्क आदि। इन सब में कब, कितना पैसा लगाना है, किस काम को पहले करना है, किसे बाद में, सब कुछ आपसे पूछकर आपकी सहमति से होगा ना कि किसी नेता की मर्जी से।
See Translation
Like ·  ·  · 17 hours ago ·

  • Pankaj Pathak likes this.

  • श्री Manas Ranjan Mahapatra जी 

              हार्दिक अभिनन्दन. 

    .... चंद्रकांत वाजपेयी.  


    श्री मानस राजन महापात्र जी,  


    आप जानते ही है कि मैंने शुरू से ही     

     हर उम्मीदवार द्वारा इस प्रकार के 

    वचन पत्र मतदाताओं को प्रदान करके 

    उसके आधार  पर  वोट मांगनें  का 

    आग्रह / मुद्दा प्रस्तुत किया है,और इसे 

    वेबसाईट पर अपलोड करने को कहा है।


    आपके  उक्त  वचन  पत्र  में  
    (१)  हर 

    दो माह  अथवा तीन माह के अंतराल 

    पर आर्थिक आय-व्यय व संपत्ति की 

    जानकारी वेबसाईट पर प्रदर्शित करनें 

    का बंधन का उल्लेख नहीं है |
    और   
    (२)    वेबसाईट से संलग्न -

    ईकैशबुक का अनिवार्यत: सचालन या 

     हर २००० रुपये से अधिक के खर्च को 

    को केवल चेक / ड्राफ्ट या ई-बैंकिंग   

    माध्यम से ही करना आदि उल्लेखित  

    नहीं है |
    आप की ओर से प्रस्तुत वचन पत्र में 

    उक्त कमी रही है |  मेरे द्वारा पूर्व में

    निवेदित वचनपत्र के प्रारूप में 

    विशेष रूप से  उक्त  दो  बिंदुओं 

    का  उल्लेख हो यह ग्रह था |


    परन्तु फिर भी वचन पत्र की 

    सार्वजनिक प्रस्तुति को स्थान दिया  

    गया है, इस हेतु आम आदमी पार्टी     

    " आप " को धन्यवाद | 


    कृपया उक्त वैधानिक स्टैम्प पेपर पर 

    लिखित हस्ताक्षरित वचनपत्र की प्रति 

    मुझे निम्न ईमेल आयडी पर प्रेषित 

    करें, आभारी रहूंगा |

    कृपया वचन पत्र 
    के कारण "आप" को

    कितना लाभ 
    हुआ है इसका भी

    आकलन करके 
    जानकारी प्रेषित करें |
     विजयी भव |

    .......... चंद्रकांत वाजपेयी. 

    जेष्ठ नागरिक, औरंगाबाद (महाराष्ट्र )

    ईमेल :-- 

    chandrakantvjp@gmail.com 
  • Chandrakant Vajpeyi

कृपया चुनाव आयोग यह अमल करे.

18 - 10 - 2013.
----  कृपया चुनाव आयोग यह अमल करे ----

                देश में चुनाव खर्च को सिमित करनें, उम्मीदवारों, राजनीतिक दलों के कार्यकर्ताओं और नागरिक समूहों के बीच आपसी तनाव उत्पन्न न होनें देनें के लिए क्यों न चुनाव आयोग यह सख्त बंधन लाये और उसका कड़ाई से पालन करवाए कि " कोई भी उम्मीदवार अपने होर्डिंग नहीं लगवाएगा, नही पर्चे छपवायेगा या पर्चे बटवायेगा. बल्कि प्रत्येक उम्मीदवार और राजनीतिक दल अपने पक्ष में जो कुछ भी मतदाता को बाताना चाहते है और उस आधार पर मतदाताओं से मत प्राप्त करना चाहते है, वे ऐसा सभी साहित्य चुनाव आयुक्त को प्रेषित करे |"
                      सभी राजनीतिक दलों और प्रत्येक उम्मीदवार के नियमान्तर्गत पाए जानेंवाले साहित्य को एक साथ प्रत्येक मतदाता तक चुनाव पहुंचानें की व्यवस्था स्वयं चुनाव आयोग उचित व सक्षम अधिकृत माध्यम बनाकर करे | अनाधिकृत एजेंसी या अनाधिकृत महानुभावों द्वारा राजनीतिक दल या उम्मीदवार के पक्ष में अथवा विरोध में किसी भी प्रकार के साहित्य का वितरण या संबंधीत विषय पर कोई भी किसी भी प्रकार का विज्ञापन या प्रदर्शन गैरकानूनी घोषित हो और उसकें अन्तर्गत कठोर सजा निर्धारित हो |

मा. चुनाव आयुक्त महोदय और सम्बंधित अधिकारी उपरोक्त पर विचार करेंगे और उक्त व्यवस्था को प्रदेश व देश में लागू करवाएंगे तो मै उन सभी का आभारी रहूंगा |
........ चंद्रकांत वाजपेयी. [ जेष्ठ नागरिक एवं गैरराजनीतिक सामाजिक कार्यकर्ता, औरंगाबाद (महाराष्ट्र ) Email : chandrakantvjp@gmail.com