Friday 20 July 2012
Recommendations for Economic Transparency in India: " क्या जन-प्रतिनिधि तभी बनेंगे जब वे यह कर दिखाएँग...
Recommendations for Economic Transparency in India: " क्या जन-प्रतिनिधि तभी बनेंगे जब वे यह कर दिखाएँग...: 20/07/2012. WHY THE 25th JULY & 9th AUGUST 2012 , ARE MOST IMPORTANT DAYS TO ALL THE LEADERS OF INDIA ? "क्या जन-प्रतिनिधि अब तभ...
" क्या जन-प्रतिनिधि तभी बनेंगे जब वे यह कर दिखाएँगे ? "
20/07/2012.
WHY THE 25th JULY & 9th AUGUST 2012 , ARE MOST
IMPORTANT DAYS TO ALL THE LEADERS OF INDIA ?
"क्या जन-प्रतिनिधि अब तभी बनेंगे जब वे यह कर
दिखाएँगे?"
नेताओं, याद रखिये कि यदि " जन लोकपाल विधेयक को
आपका पूर्ण समर्थन नहीं मिलेगा, अण्णा हजारे के भ्रष्टाचार विरोधी
आन्दोलन / २५ जुलाई २०१२ को केंद्र के १५ दागी मंत्रियो व १६२
भ्रष्ट-दागी सांसदों के विरुद्ध जंतर-मंतर या आपके निवास के
निकटस्थ स्थानीय केंद्र पर इस बाबद आयोजित आमरण भूख
हड़ताल में आपकी सहभागिता नहीं रहेगी, और बाबा रामदेवजी के ९
अगस्त २०१२ के आन्दोलन में आपकी अनुपस्थिति या दूरी पायी
जायेगी तो फिर आप निश्चित ही नेता या जन -प्रतिनिधि बननें के
लायक नहीं है।
जब आप उक्त सब कर दिखाएँगे तभी सब कहेंगे की आप नेता है और
उम्मीदवारी की प्राथमिक परीक्षा में सफल हुवे है । आप हमारे भी
नेता है, बशर्ते आप उम्मीदवारी की उपरोक्त प्राथमिक परीक्षा में
सफल होते है, देश के कानून का उल्लंघन नहीं करते, आपके विरुद्ध
कोई अपराधिक मुकदमा / ऍफ़आयआर दर्ज नहीं है और भविष्य में
भी यही स्थिति बनाकर रखेंगे, आप सभी सार्वजनिक हित के कार्यों
में खुले दिल से सहकार्य करते हैं, आप स्नातक तक पढाई कर चुके
है, आपकी आयु ६०वर्ष से ज्यादा नही है, आप किसी धर्म, जाती,
भाषा या प्रांत के प्रति विशेष आसक्त न होकर समभाव रखते है.
इतना ही नहीं आपअपने स्वयं के और खून के रिश्ते दारो के आर्थिक
आय-व्यय को हर चार माह में वेब साईट पर सार्वजनिक करनें तथा
कोई आर्थिक, भावनिक अथवा शारीरिक अपराध घटित नहीं होनें
देनें के लिए वैधानिक तरीके से वचन बद्ध है तो, आगामी चुनाव में
आप हमारे उम्मीदवार ही नहीं जन प्रतिनिधि होंगे.
देश को आपकी ही जरूरत है. इसलिए २५ जुलाई और ९ अगस्त
२०१२ को अपनें प्राणों की बाजी लगाएं - देश के लिए जियें ।
क्या आप देश के लिए जियेंगे ? क्या उपरोक्त कर दिखाएँगे ?
" आपकी जय हो. जय हिंद. जय भारत. "
राष्ट्रहितार्थ प्रतिबद्ध ,
चंद्रकांत वाजपेयी. { जेष्ठ नागरिक एवं सामाजिक कार्यकर्ता. }
Coordinator :
" Movement for Corruptionfree India thru
Science & Technology" Aurangabad. Maharashtra.
Mobile No. : +919730500506.
Email: chandrakantvjp@gmail.com
Wednesday 18 July 2012
" काँच की बरनी और दो कप चाय "
A very good story please read. comment......please.
काँच की बरनी और दो कप चाय [ एक बोध कथा ]
जीवन में जब सब कुछ एक साथ और जल्दी - जल्दी करने की इच्छा होती है , सब कुछ तेजी से पा लेने की इच्छा होती है , और हमें लगने लगता है कि दिन के चौबीस घंटे भी कम पड़ते हैं , उस समय ये बोध कथा , " काँच की बरनी और दो कप चाय " हमें याद आती है ।दर्शनशास्त्र के एक प्रोफ़ेसर कक्षा में आये और उन्होंने छात्रों से कहा कि वे आज जीवन का एक महत्वपूर्ण पाठ पढाने वाले हैं ...
उन्होंने अपने साथ लाई एक काँच की बडी़ बरनी ( जार ) टेबल पर
रखा और उसमें टेबल टेनिस की गेंदें डालने लगे और तब तक डालते
रहे जब तक कि उसमें एक भी गेंद समाने की जगह नहीं बची ...
उन्होंने छात्रों से पूछा - क्या बरनी पूरी भर गई ? हाँ आवाज आई
फ़िर प्रोफ़ेसर साहब ने छोटे - छोटे कंकर उसमें भरने शुरु किये ।
धीरे - धीरे बरनी को हिलाया तो काफ़ी सारे कंकर उसमें जहाँ जगह
खाली थी , समा गये , फ़िर से प्रोफ़ेसर साहब ने पूछा , क्या अब
बरनी भर गई है , छात्रों ने एक बार फ़िर हाँ ... कहा अब प्रोफ़ेसर
साहब ने रेत की थैली से हौले - हौले उस बरनी में रेत डालना शुरु
किया , वह रेत भी उस जार में जहाँ संभव था बैठ गई , अब छात्र
अपनी नादानी पर हँसे ... फ़िर प्रोफ़ेसर साहब ने पूछा , क्यों अब तो
यह बरनी पूरी भर गई ना ? हाँ .. अब तो पूरी भर गई है .. सभी ने
एक स्वर में कहा .. सर ने टेबल के नीचे से चाय के दो कप
निकालकर उसमें की चाय जार में डाली , चाय भी रेत के बीच स्थित
थोडी़ सी जगह में सोख ली गई ...
प्रोफ़ेसर साहब ने गंभीर आवाज में समझाना शुरु किया –
1. इस काँच की बरनी को तुम लोग अपना जीवन समझो ....
2. टेबल टेनिस की गेंदें सबसे महत्वपूर्ण भाग अर्थात भगवान, परिवार,
बच्चे , मित्र , स्वास्थ्य और शौक हैं ।
3. छोटे कंकर मतलब तुम्हारी नौकरी, कार, बडा़ मकान आदि हैं।
4. रेत का मतलब छोटी-छोटी बेकार सी बातें, मनमुटाव, झगडे़ आदी।
अब यदि तुमने काँच की बरनी में सबसे पहले रेत भरी होती तो टेबल टेनिस की गेंदों और कंकरों के लिये जगह ही नहीं बचती , या कंकर भर दिये होते तो गेंदें नहीं भर पाते , रेत जरूर आ सकती थी ...
ठीक यही बात जीवन पर लागू होती है ... यदि तुम छोटी - छोटी बातों के पीछे पडे़ रहोगे और अपनी ऊर्जा उसमें नष्ट करोगे तो तुम्हारे पास मुख्य बातों के लिये अधिक समय नहीं रहेगा ... मन के सुख के लिये क्या जरूरी है ये तुम्हें तय करना है । अपने बच्चों के साथ खेलो , बगीचे में पानी डालो , सुबह पत्नी के साथ घूमने निकल जाओ , घर के बेकार सामान को बाहर निकाल फ़ेंको , मेडिकल चेक - अप करवाओ ... टेबल टेनिस गेंदों की फ़िक्र पहले करो , वही महत्वपूर्ण है ..... पहले तय करो कि क्या जरूरी है ... बाकी सब तो रेत है ..
छात्र बडे़ ध्यान से सुन रहे थे .. अचानक एक ने पूछा , सर लेकिन आपने यह नहीं बताया कि " चाय के दो कप " क्या हैं ? प्रोफ़ेसर मुस्कुराये , बोले .. मैं सोच ही रहा था कि अभी तक ये सवाल किसी ने क्यों नहीं किया ...
इसका उत्तर यह है कि , जीवन हमें कितना ही परिपूर्ण और संतुष्ट लगे, लेकिन हमारे पास उस परम पिता परमात्मा को सिमरन करने के लिए हमेशा समय होना चाहिए.।।
Sunday 15 July 2012
औरंगाबाद महानगरपालिकेच्या सुरक्षितते साठी " ई-कैश बुकचा उपयोग " करण्याची मागणी.
औरंगाबाद.
दिनांक. २९ जून,२०१२.
विज्ञान आणि प्रौद्योगिकी
समावेशित
भ्रष्टाचारमुक्त भारत निर्माण
आंदोलन.
[ गैर राजनीतिक व गैर व्यापारिक ज्ञान-विज्ञान विकास समूह ]
( समुहाचे पंजीयन प्रतीक्षित )
{ संयोजक : चंद्रकांत वाजपेयी. जेष्ठ नागरिक एवं सामाजिक
कार्यकर्ता }
मोबा. क्रमांक : +९१ ९७३०५००५०६. ई-मेल : chandrakantvjp@gmail.com ए ल १/५, कासलीवाल
विश्व, उल्कानगरी, पार्वतीनगर, गारखेडा, औरंगाबाद.
४३१००५.
पत्र क्र.:विप्रौस
भ्रमुनिआ / औबाद / 01 / ०००१ दिनांक : २९ - ०६ - २०१२.
प्रतिष्ठेत,
मा. श्रीमती अनिता घोडेले. ( महापौर ) मो.+९१९४२३१४८८४५ व +९१९४२२७०७५५० . महानगरपालिका, औरंगाबाद ( महाराष्ट्र )
मान्यवर श्री विकास
जैन [सभापती] +९१९३७२८९९९९९.
महानगरपालिका, औरंगाबाद ( महाराष्ट्र )
डॉ. पुरुषोत्तम भापकर साहेब, ( आयुक्त )
आयुक्त कार्यालय, महानगरपालिका.
औरंगाबाद ( महाराष्ट्र )
- - - :विषय:---
औरंगाबाद महानगरपालिकेच्या सुरक्षितते
साठी " ई-कैश बुकचा उपयोग " करण्याची मागणी.
संदर्भ: महानगरपालिका औरंगाबादचे कैशबुक हरविले असून शोध चालू असणे आणि त्या साठी पोलीस फिर्याद करणे विषयक बातम्यांची वर्तमान पत्रातून
प्रसिद्धी
दि.२९ जून २०१२.
(१)"महापालिकेचे कैशबुक गायब" शीर्षकांतर्गत प्रसिद्ध बातमी."दिव्य मराठी" दिव्यसिटी औ.बाद.
पान-३
(२)"लेखा विभागातील
कैशबुकचा शोध सुरु."शीर्षकांतर्गत प्रसिद्ध बातमी"महाराष्ट्रटाइम्स" औ.बाद. पान-२.
(३) गेल्या वर्षी केंद्र शासन आणि टीम
अण्णा (लोकपाल बिल संयुक्त मसौदा समिती) यांना "ई- मेल केलेले "आणि दिव्य मराठीस प्रसिद्धी
साठी प्रेषित केलेले विनंती
पत्र दिनांक १९/०६/ २०११. यथावश्यकता
या पत्राची लिंक खाली नमूद केली आहे.
पत्रात सर्व
शासकीय व गैरशासकीय प्रतिष्ठानास ई-कैशबुक अनिवार्यत: संचालित करणे विषयक
निवेदन केले आहे.
मान्यवर,
वरील संदर्भातून औरंगाबाद महानगरपालिकेची कैशबुक
हरविल्याची / पळविली गेल्याची दु:खद बातमी वाचण्यात आली. वाईट
वाटले.
कांही वर्षापासून हे अनुभवास येते कि " देशभरात विभिन्न सरकारी आणि गैरसरकारी प्रतिष्ठानातून नागरिकांच्या पैशाचा अपव्यय किंवा त्यांच्या धनाची
लबाडी करण्याचे धोरण ज्याला "भ्रष्टाचार" म्हटले जाते सर्रास चालू आहे. इतकेच नव्हे तर या प्रतिष्ठानातील भ्रष्टाचाराचे लेखी कागदी पुरावे नष्ट करणे किंवा पळविणे देखील
कांही भ्रष्ट तत्व करताहेत. देश रक्षणार्थ या कृतींना पूर्ण
पणे बंदी घालणे अतिशय आवश्यक व गरजेचे झाले असल्यानेच वरील संदर्भ क्रमांक
तीन (३) मध्ये उल्लेख केल्या प्रमाणे " ई-कैशबुक " संचालन करणे
तसेच त्या पत्रातील अन्य व्यवस्थांचे स्थापन देशभरात करणे विषयक निवेदन अधो-उल्लेखित प्रेषकाने शासनाला, तसेच अनेक मान्यवरांना आणि माध्यमाना या
पूर्वी केले आहे.
मान्यवर महापौर सा., सभापती साहेब आणि
माननीय आयुक्त साहेबांना आज विनम्र मागणी करीत आहे कि कृपाकरून "औरंगाबाद महानगर पालिकेत ताबडतोब " ई-कॅशबुक संचालन करणे आणि दररोजचे प्रत्येक आर्थिक व्यवहाराचे अभिलेख विशिष्ट
लेखावेबसाईटवर अपलोड करण्याचे व सार्वजनिक करण्याचे बंधनकारी धोरण व्यवहारात आणण्याची सुरक्षित व्यवस्था करावी, अन्यथा शांतीपूर्ण अहिंसात्मक
पद्धतीनेच वरील व्यवस्था स्थापित करविण्याचे विधीमान्य प्रयोग करण्यास आम्ही बाध्य राहू ज्याची संपूर्ण
जवाबदारी औरंगाबाद महानगरपालिकेची राहील. "
आपण त्रि-महानुभावांना पुन: एकदा वरील व्यवस्थांची
अंमल बजावणी करावी अशी विनम्र विनंती करतो. विश्वास करतो कि आपल्या द्वारे वरील माध्यमातून नागरिकांच्या धनाची योग्य
सुरक्षा आणि केवळ विकासकार्यात व नगरपालिकेच्या अत्यावश्यक सेवा पूर्तीसाठी
नियमांतर्गत स्वीकृत खर्च पूर्णत: प्रामाणिकपणे करणे घडविले जाईल आणि असे इमानदार कर्तव्य निर्वाहनाचे चित्र
सातत्याने औरंगाबादच्या नागरिकांना आढळेल, या साठी मी चंद्रकांत वाजपेयी आपला सदैव
आभारी राहीन. आपले कडून वरील विषयावर ई-मेल द्वारे लवकरात लवकर माहिती मिळेल हे
अपेक्षित आहे.
धन्यवाद.
शुभकांमनासह,
राष्ट्रहितार्थ प्रतिबद्ध,
चंद्रकांत वाजपेयी. [ जेष्ठ नागरिक आणि सामाजिक
कार्यकर्ता ]
संयोजक '' विज्ञान
आणि प्रौद्योगिकी समावेशित भ्रष्टाचारमुक्त
भारत निर्माण आंदोलन. औरंगाबाद.
[ गैर राजनीतिक व गैर व्यापारिक ज्ञान-विज्ञान विकास समूह] ( समुहाचे पंजीयन प्रतीक्षित )
वरील कृतीच्या स्थापनेत सहयोग आणि मार्गदर्शनार्थ निवेदन प्रतिलिपी :--
१.आदरणीय अण्णा हजारे साहेब,
महाराष्ट्र राज्य कार्यालय अण्णा हजारे प्रणीत भ्रष्टाचार विरोधी जनआंदोलन न्यास, राळेगणसिद्धी
तालुका: पारनेर, जिल्हा: अहमदनगर.{ महा.}
२.जिल्हा अध्यक्ष श्री रामाराव
बोर्डे साहेब
सचिव श्री एकनाथ जायभाये सा. आणि कार्यकर्ते,
जिल्हा समिती अण्णा हजारे प्रणीत भ्रष्टाचार विरोधी
जन-आंदोलन न्यास, औरंगाबाद [ महाराष्ट्र ]
३. अध्यक्ष / सचिव
एवं कार्यकर्ते. IAC
इंडिया अगेन्स्ट करप्शन. औरंगाबाद [ महाराष्ट्र ]
४ सर्व भ्रष्टाचार विरोधी संगठन, औरंगाबाद.
{ युथ अगेन्स्ट करप्शन. (YAC) स्वाभिमान भारत ट्रस्ट/ पतंजली योग समिती आणि श्री श्री रविशंकर महाराज कृत आर्ट ऑफ लिविंगचे कार्यकर्ते }
विश्वास आहे की आपले सर्वांचे / संगठनांचे स्नेह, सहयोग आणि मार्गदर्शन मिळेल ज्या योगे
तरुणांना तकनिकी कार्य व रोजगार वृद्धी करता येईल. तसेच नागरिकांच्या पैशाचे मोल भ्रष्टाचारमुक्त सेवेतून
अनुभवले जाईल.
पुन: धन्यवाद व शुभेच्छासह,
चंद्रकांत वाजपेयी. +९१९७३०५००५०६.
Wednesday 11 July 2012
Recommendation for economical transparency in India
|
From: Chandrakant Vajpeyi <chandrakantvjp@gmail.com>
Date: 2012/7/10
Subject: आर्थिक पारदर्शी व्यवस्थाओं की स्थापना. म.प्र. को देश का पथप्रदर्शक राज्य बनाने विषयक.
Cc: Anna Hazare <annahazare1@gmail.com>, Suresh Pathare <sureshpathare1@gmail.com>, satishpawar_70 <satishpawar_70@rediffmail.com >, jaybhayee@yahoo.com, PP Jatropha <ppjatropha@rediffmail.com>
१० / ०७ / २०१२.
विज्ञान व प्रौद्योगिकी समावेशित
भ्रष्टाचारमुक्त भारत निर्माण आंदोलन
[ गैर राजनीतिक व गैर व्यापारिक ज्ञान-विज्ञान विकास समूह ]
( समुह का पंजीयन प्रतीक्षित )
{ संयोजक : चंद्रकांत वाजपेयी. जेष्ठ नागरिक एवं सामाजिक कार्यकर्ता }
मोबा. क्रमांक : +९१ ९७३०५००५०६. ई-मेल : chandrakantvjp@gmail.com
एल१/५, कासलीवाल विश्व, उल्कानगरी,पार्वतीनगर, ग ारखेडा, औरंगाबाद. ४३१००५.
प्रतिष्ठा में,
( १ ) माननीय शिवराज सिंह चौहान साहेब. ( मुख्यमंत्री )
मुख्यमंत्री कार्यालय, मध्य प्रदेश शासन, भोपाल म.प्र.
( २ ) माननीय मुख्य सचिव महोदय,
म. प्र. शासन. मुख्य सचिव कार्यालय, भोपाल (म.प्र.)
माध्यम : - जिलाधीश ग्वालियर, मध्य प्रदेश
विषय :- आर्थिक पारदर्शी व्यवस्थाओं की स्थापना कर म.प्र. को
देश का पथ - प्रदर्शक राज्य बनाने विषयक.
आदरणीय मुख्य मंत्री जी,
" म.प्र. सरकार और प्रशासन को हार्दिक बधाई और अभिनंदन. "
मान्यवर, यह सुस्पष्ट हो चुका है कि मनुष्य का धन पर अनियंत्रित लोभ और देशभर में स्थापित राजनीतिक माहौल, किसी भी प्रामाणिक व्यक्ति अथवा ईमानदार शासन को आर्थिक अपराध या भ्रष्टाचार में लिप्तता के आरोपो से मुक्त रखने कि स्थिती में नही है | अत: राष्ट्रपतीजी से लेकर हर राष्ट्रभक्त नागरिक / समाजसेवी और शासक केवल चिन्तित ही नही है , अपितु इस कठोरतम समस्या के निदान के लिये रात-दिन एक कर रहे है |
विगतवर्ष १९ जून २०११ को ई-मेल / निम्न लिंक के माध्यम से " लोकपाल मसौदा समिती " ( अण्णा टीम व केंद्र सरकार के मंत्रियो की टीम ) के सामने " देश में भ्रष्टाचार मुक्ती " विषय पर निवेदनकर्ता ने आग्रह किया था कि " ६ माह के भीतर प्रत्येक सरकारी एवं गैरसरकारी प्रतीष्ठानो को अनिवार्यत: उनकी वेबसाईट बनाना, उनके सभी आर्थिक व्यवहार केवल ई -बँकिंग पद्धती से करना ( केवल प्लास्टिक मनी पद्धती द्वारा -करना ) और कागजी कैशबुक के साथ-साथ ई - कैशबुक संचालन करना
अनिवार्य और बंधनकारी किया जावे |
( लिंक नीचे दी गयी है, कृपया यथावश्यकता अवलोकन करे.)
[image]scan0001.pdfhttps://mai l-attachment. googleusercontent.com/ attachment/?ui=2&ik= 0f7d479db7&view=att&th= 130a7b9f87e17524&attid=0.1& disp=safe&realattid=file0&zw& saduie=AG9B_P_ 4UXjujToWNjHeCrnaDgKI&sadet= 1340950598727&sads= B4nxsGCAsH2jDWR81vjKB6KFsho& sadssc=१
अनिवार्यत: उनकी वेबसाईट बनाना, उनके सभी आर्थिक व्यवहार केवल ई-बँकिंग पद्धती से करना ( केवल प्लास्टिक-मनी पद्धती द्वारा करना ) और कागजी कैशबुक के साथ-साथ ई - कैशबुक संचालन करना अनिवार्य और बंधनकारी किया जावे . इस प्रकार म.प्र. को आर्थिक पारदर्शी व्यवस्थाओं की स्थापना करने वाला देश का पथ-प्रदर्शक राज्य बनाया जावे |
वि श्वास है कि ग्वालियर के सम्माननीय जिलाधीश जी देशहित का विचारकर और अपने कर्तव्य का परिचय देकर अनुशंसा सहित इस पत्र को म.प्र. शासन के पास शिघ्रताशिघ्र प्रेषित करेंगे और इसकी सुचना पत्र-प्रेषक को देंगे | इसी प्रकार यह भी विश्वास है कि प्रदेश के प्रिय आदरणीय मुख्यमंत्रीजी, मंत्रीमंडल के सभी सदस्य, सत्ता पक्ष के पदाधिकारी और सभी शासकीय अधिकारी - कर्मचारी अपने प्रामाणिक चरित्र कि प्रस्तुती के लिये उपरोक्त स्थापना कर प्रदेश को गौरवान्वित करेंगे|
शुभकामनाओं सहित,
राष्ट्रहितार्थ प्रतिबद्ध,
चंद्रकांत वाजपेयी.
मोबा. क्र. : - +९१९७३०५००५०६.
ई - मेल : - chandrakantvjp@gmail.com
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