Saturday, 19 November 2016

सरकार का नोटबंदी निर्णय सराहनीय - स्वागत | काश,नागरिकों के राष्ट्रहित के सुझाव भी माने जाते तो ......


सरकार का नोटबंदी निर्णय सराहनीय - स्वागत.

काश,नागरिकों के राष्ट्रहित के सुझाव माने जाते तो 

सुयोग्य नोटबंदी निर्णय से जनता परेशान नही होती.

.... चंद्रकांत वाजपेयी.






भारत में अधिकाधिक बढ रहा कालाधन रोकनें, करोड़ों रुपयों के जाली
नोटों का चलन थामने, आतंकवादियों को मिल रहे धन को रोकनें और
भ्रष्टाचार-रिश्वतखोरी पर नकेल कसनें के लिए हमारी सरकार द्वारा 500
व 1000 रूपए के नोट बंद करनें का निर्णय उचित है, जिसका मै स्वागत
करता हूँ, सरकार को धन्यवाद देते हुए अभिनन्दन करता हूँ |

आदरणीय प्रधानमंत्री श्री मोदी साहाब कें प्रधानमंत्री बनने की घोषणा और श्रद्धेय राष्ट्रपतिजी कें संसद में अभिभाषण कें करीब दो हफ्ते पूर्व रिजर्व बँक को कहां गया था  सुझाव दिया गया था कि :--

" कृपया अर्थक्रान्ति को लागू करनें व उसे
मूर्तरूप देनें के उद्देश्य से
छोटे या कम मूल्य रूपए के नोटों का चलन
अधिकाधिक करें |"

एटीएमए से पचास रूपए के नोट निकलवाने का
कर्त्तव्य करवाए,|

इस बाबद 50 रूपए एटीएम से निकालने सम्बन्धी सभी सन्दर्भों की
जानकारी भेजें  |


और
  

जितने राशि के पचास रूपए के नोट क्रमगत एटीएम में डाले जाएँ उतनी ही कुल राशि के हजार व पांचसौ रूपए के नोट क्रमगत चलन के बाहर करते जाए |
"


ऐसा करनें से केवल दो-ढाई वर्षों में समस्त कालाधन स्वमेव चलन के बाहर हों जाता और लोगों के हाथ में छोटे नोट रहनें से आज खड़ी हुई समस्याएँ नहीं होती |  ना कतारे लगती, ना नागरिक व सरकारी अमला कष्ट भोगनें के लिए मजबूर होता, , ना हाहाकार मचता और नाही विरोधी राजनेता हुंकार भरने के लिए खड़े होते | शान्ति, प्रसन्नता और समृद्धि का वातावरण रहते आदरणीय प्रधानमंत्री जी के विचारों और योजना की सहज रूप से स्थापना हों जाती |


लेकिन दुर्भाग्य से अपनें देश में सामान्य व गैरराजनीतिक व्यक्ति या 

गैरराजनैतिक संगठनों की बात, सरकारी अमला और राजनेता अक्सर
नहीं सुनते या नहीं मानते है, क्योंकि शायद इस बाबद कोई बंधन नहीं
है, अतएव यह चित्र बदलनें की जरुरत है |


अत: सभी सरकारें और सरकारी प्रशासनिक अधिकारीयों को बंधन हों
कि वे नागरिकों द्वारा देश एवं नागरिक सुरक्षा तथा प्रगति से जुड़े
सुझावों को मानें, और सुझाव प्रेषणकर्ताओं को उनके सुझाव पर लिए
गए निर्णय की लिखित जानकारी शीघ्र प्रेषित करे, यह भारत सरकार से
अपेक्षित और निवेदित है |


.....
चंद्रकांत वाजपेयी
. ( काका )
.      औ रं गा बा द   ( म हा रा ष्ट्र )
ई-मेल : chandrakantvjp@gmail.com

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