Saturday 27 December 2014

क्यों और क्या है, जनलोकपाल या लोकपाल ?? आज उसकी याद क्यों ??



क्यों और क्या है,   जनलोकपाल  या  लोकपाल
  ??

आज  उसकी  याद  क्यों  ??
                         क्यों और क्या है " जनलोकपाल या लोकपाल " ??
आईये, राजनीतिक गलियारों से बाहर निकलकर, विशुद्ध सामान्य नागरिक के नातें इसे एकबार समझनें व याद करनें की कोशिश करें | 

" लोकपाल, लोकपाल. लोकपाल " ये शब्द मात्र करोडो लोगोंनें अनेकों बार सुनें ही नहीं, बल्कि वे स्वयं अपनें प्रिय भारत देश में लोकपाल लागू करनें के लिए मा.अन्ना हजारे जी के नेतृत्व में निर्भीक होकर सडकों पर उतरे थे | लोकपाल के लिए देशभर में पूर्णत: अहिंसक ऐतिहासिक सफल आंदोलन हुए और अंतत:18 दिसंबर 2013 को लोकपाल क़ानून स्वीकृत हुआ | 


चार दिन बाद तक यानी 01 जनवरी15, तक लोकपाल की नियुक्ति होंना चाहिए | इस नियुक्ति के लिए विपक्ष के नेता चाहिए जो आज तकनीकी तौर पर उपलब्ध नहीं है, शायद इस कारण सरकार को लोकपाल नियुक्ति में कानूनी बाधा का सामना करना पड रहा है व विलम्ब हो रहा है | 

आईये, प्राथमिक रूप से जनलोकपाल के बारे में जानें " :-- " नीचे बताई बाते प्रस्तावित थी." | पाठको को " लोकपाल " के अभिप्राय की जानकारी मिले इस हेतु नीचे लिंक दी गई है | कृपया आंदोलन किसलिए हुआ था यह जानने के लिए लिंक खोलें और जानें :--http://youtu.be/k93d0op-Zcw 
{ मा. राष्ट्रपति जी द्वारा हस्ताक्षरित लोकपाल --
-- कानून की जानकारी अलग से लेनी होगी }


.......... चंद्रकांत वाजपेयी.
जेष्ठ नागरिक एवं गैरराजनीतिक सामाजिक कार्यकर्ता, औरंगाबाद.
ई-मेल :
 chandrakntvjp@gmail.com 

Monday 22 December 2014

' देशभक्ति ' क्या होती है ???

२२ / १२ / २०१२.
--------  ' देशभक्ति '  क्या होती है ???  --------
[ डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार ]


 डॉ. हेडगेवारजी अपने साथियों को कहते थे कि 
"देशभक्ति हमारा विचार नहीं बल्कि व्रत-संकल्प है"

मित्रों सोचिये,  क्या आज इस कथन के अनुसार हरेक का व्यवहार जरुरी नहीं गया है  ? 

शायद कुछ लोग सोचते है कि देशभक्ति का अभिप्राय 
" केवल राजनीतिक माध्यम से देश तथा
नागरिकों की प्रगति के लिए काम करना है,"
 
परन्तु मेरे विचार से यह सोचना गलत है |

" देशभक्ति " शब्द का सही अर्थ राजनीतिक माध्यम से देश और मानव रक्षा व उनके उत्थान का काम करना बिलकुल नहीं है,बल्कि मै मानता हूँ, " वह व्यक्ति जो स्वयं भारत को अपनी माता माने और अपनी ही तरह भारत को माता मानने वाले और उसके लिए आवश्यकतानुसार जान देनें के लिए प्रतिबद्ध हर भारतीय के लिए पद, प्रतिष्ठा, वोटबैंक, धर्म, जाती, सम्प्रदाय, भाषा और प्रांत आदि से ऊपर ऊठकर प्रामाणिकता के साथ पूर्णत: निर्भीक होकर नि:स्वार्थ भाव से काम करे, 'अथवा' किसी श्रम-सेवा का योग्य अधिकृत मूल्य प्राप्त करते हुवे, निर्भिकता से भ्रष्ट्राचारमुक्त रहकर काम करे, जो देश और मानव की रक्षा तथा उत्थान कर सके, उस व्यक्ति की सच्ची देशभक्ति होती है |

प्रिय देशवासियों आईये, आज से सच्चे देशभक्ति को प्रस्तुत करे और अपने व्यवहार से  परम पूज्य डॉ. हेडगेवार जी के कथन पर अमल करते हुवे उनके संकल्प का सम्मान करें |

........... चंद्रकांत वाजपेयी. 
जेष्ठ नागरिक एवं गैरराजनीतिक सामाजिक कार्यकर्ता, औरंगाबाद ( महाराष्ट्र ) 
ई-मेल : chandrakantvjp@gmail.com



Thursday 18 December 2014

धर्मांतरण चर्चा नको, फक्त राष्ट्र संरक्षण व राष्ट्र प्रगतीसाठी चर्चा श्रेयस्कर.

१८ दिसंबर २०१४.
'' धर्मांतरण चर्चा "

हा विषय मुळात भांडण-तंटे सुरु करून रक्त नासाडीचे 

 बी पेरणारा  व  मानव वितुष्टी वाढविणारा आहे. 






      ज देशाला प्रामुख्याने एकच गरज आहे, ती म्हणजे मानव व

राष्ट्र संरक्षणा चे आणि त्याच्या प्रगतीचे वळण लावणे, त्यां साठी

प्रत्येक 
भारतीयाने झटणे, वेगवेगळे सर्व धर्म एकत्र करून  " फक्त 

एक राष्ट्रीय 
धर्म निर्मिती करणे आणि या राष्ट्रीय धर्माचे बंधनकारक

पालन करण्याचे 
संसदेत कठोर नियम तयार करणे /  "



सांसद मित्रांनो, संसदेत वाद घालण्या पेक्षा वर उल्लेखित

सर्व कांहीं व्यवहारात आले तरच आजचे सर्व भारतीय 
आपल्या पूर्वजांचे वंशज म्हणविले जातील यांत शंका नाही  |



............. चंद्रकांत वाजपेयी . 

जेष्ठ नागरिक आणि गैरराजकीय सामाजिक कार्यकर्ता, औरंगाबाद.

ई-मेल :  chandrakantvjp@gmail.com

Tuesday 2 December 2014

इंडिया टीवी के शानदार कार्यक्रम " आपकी अदालत " अपनें १२१ वसंत पूर्ण करे, यही हार्दिक मंगल कामनाएं |



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भारत की शान  "इंडिया टीव्ही", सदा ही रचे नया इतिहास जी,
२१ वर्ष हर हफ्ते, मुस्कान बिखेरते,श्री रजत शर्मानें किया प्यार जी 

आपकी अदालतमें नहीं बख्शा कोई 
नेता,अभिनेता या खिलाड़ी जी 
 शुभेच्छा है कि १२१ वर्षों हमेशा सुस्वस्थ रहें श्री रजत शर्मा जी
                                                                                                                                                                                                 
और 
 सदा सदा ही इंडिया टीव्ही के सफलता के दीप जले जी
१२१ वर्ष बाद भी आप की अदालत के कटघरे में फिर खड़े हो,
 "श्री रजत शर्माके सामने लाडले प्रधानमंत्री श्रद्धेय नरेन्द्र मोदी जी"
औरंगाबाद से इतनाही आशीष देते "जेष्ठ नागरिक चंद्रकांत वाजपेयी"जी
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